Bihar Land Survey News Today: बिहार भूमि सर्वे में बड़ा हड़कंप! नए आदेश से हजारों किसानों की निजी जमीन हुई सरकारी घोषित

Bihar Land Survey News Today

Bihar Land Survey News Today :- आज हम आपको पूरी जानकारी देंगे जो के बिहार में भूमि सर्वे को ले कर हजारों किसानों का निजी जमीन बिहार सरकार ने विशेष भूमि सर्वेक्षण में सभी राज्यों के किसानों के बीच हड़कंप मचा दिया है। जो ही इस जमीन का सर्वे किया गया था,बिहार सरकार द्वारा हाल ही में एक नए आदेश के अनुसार, हजारों किसानों की जो निजी जमीन थी वो सरकारी भूमि घोषित कर दिया गया है। आपको बता दे जो की यह खबर राज्य भर में बहुत तेजी से फैल रही है और किसानों में भारी चिंता उत्पन्न कर रही है।

यह घटनाक्रम में बिहार के कृषि विभाग क्षेत्र में एक बहुत बड़ा संकट पैदा कर दिया है। बताया जा रहा हैं जो की किसान अपनी पुश्तैनी जमीन को खोने के डर से बहुत ज्यादा परेशान हैं। वहीं बिहार सरकार का कहना है कि यह कदम कब्जे और भूमि विवादों को खत्म करने के लिए उठाया गया हैं, तो आइए इसकी जानकारी हम आपको पूरे विस्तार से देगे, अधिक जानकारी के लिए मेरे वेबसाइट akpresult में बने रहे और सारी जानकारी प्राप्त करे ।

आज हम आपको बताएंगे कि बिहार भूमि सर्वेक्षण क्या है?

बिहार सरकार ने भूमि सर्वेक्षण का एक अभियान है जो बिहार सरकार के द्वारा राज्य की सभी जमीनों का सर्वे का एक नया रिकॉर्ड तैयार करने के लिए बिहार सर्वे की शुरुआत किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य है:

  • बिहार भूमि सर्वे के रिकॉर्ड को फिर से अपडेट करना ।
  • जमीन से जुड़े किसी भी विवादों का समाधान करना ।
  • किसी प्रकार के अवैध कब्जे छुटकारा पाना ।

भविष्य में होने वाली किसी प्रकार के जमीन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाना।

बिहार भूमि का जो यह सर्वेक्षण किया जायेगा वो डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जा रहा है ताकि बिहार भूमि सर्वे का एक नया और पारदर्शी रिकॉर्ड तैयार किया जा सके।

किसान बिहार भूमि का सर्वेक्षण को हड़कंप से कैसे बचाएं??

बिहार भूमि का सर्वेक्षण को हड़कंप से बचाने के लिए निम्न प्रक्रिया करना होगा।

सबसे पहले फॉर्म को किसानों को स्वघोषणा प्रपत्र 2 और वंशावली प्रपत्र 3 (1) भरना होता है।

दस्तावेज जमा: उसके बाद सभी आवश्यक दस्तावेजों को जमा के उसको ऑनलाइन करना

फील्ड सर्वे: जो भी सरकारी अमीन को जमीन का प्रत्यक्ष सर्वेक्षण करवाना ।

डेटा प्रोसेसिंग: सर्वेक्षण के आंकड़ों को डिजिटल रूप में संसाधित किया जाता है।

रिकॉर्ड अपडेट: सभी कुछ करने के बाद एक नए भूमि रिकॉर्ड तैयार ही जायेगा।

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